SIRSA NEWS
28 August,
2017
Pictures and Videos: GS
Mann, Amar Singh Jyani
After taking stock of the
situation Curfew in Sirsa city will remain relaxed for 12 hours on 29th
August, from 7Am to 7PM. All Schools Colleges will remain open. However curfew
will continue in the areas around Dera Sacha Sauda, from Satnam Singh Chowk
onward upto T-Point of Nejia Khera, Kanganpur Road, Nejia Khera T Point to
Bajekan Road Railway Crossing. Schools, colleges & educational institutes in
the areas where curfew shall remain effective will remain closed.
सिरसा, 28 अगस्त।
जिलाधीश श्री प्रभजोत सिंह ने सिरसा शहर में लगाए गए कफ्र्यू में कल 29 अगस्त को प्रात: 7 बजे से
सांय 7 बजे तक ढील दी गई है। लेकिन शाह सतनाम सिंह
चौक से नेजियाखेड़ा टी प्वाईट तक, कंगनपुर रोड़ व
नेजियाखेड़ा टी प्वाईंट से बाजेकां रेलवे क्रोसिंग तक कफ्र्यू पूर्व की भांति जारी
रहेगा। जिन क्षेत्रों में कफ्र्यू जारी रहेगा उन क्षेत्रों के स्कूल बंद रहेंगे व
जिले के अन्य सभी स्थानों पर स्कूल खुले रहेंगें।
Before that in A Press Conference held in Surkhab Tourist Complex:
Before that in A Press Conference held in Surkhab Tourist Complex:
सिरसा, 28 अगस्त। शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब करने के उद्देश्य से भड़काने वाले और आगजनी में संलिप्त आपराधिक लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। ऐसे आपराधिक लोगों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा।
यह बात सिरसा में विशेष ड्यूटी पर आए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्री वी. उमाशंकर ने कही। आज स्थानीय सुरखाब ट्यूरिस्ट कॉम्पलेक्स में उन्होंने व हिसार रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री अमिताभ सिंह ढिल्लो ने प्रेस को संबोधित किया और सिरसा में कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सिरसा में कफ्र्यू हटाने पर सभी सुरक्षा बलों की ज्वाईंट एक्शन कमेटी की मीटिंग में समीक्षा के बाद विचार किया जाएगा। जिला प्रशासन व सुरक्षा बलों की सबसे पहली प्राथमिकता जिला में कानून व्यवस्था की बेहतर स्थिति बनाए रखना है। इसके बाद आपराधिक तत्वों की धर पकड़ की कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम के दौरान शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन, भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, स्थानीय पुलिस व स्थानीय लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने विशेष रुप से सिरसा में पहले गठित शांति कमेटी के कार्य की तारीफ की। शहर में इस घटनाक्रम के दौरान किसी तरह की भी लूटपाट की घटना सामने नहीं आई। 25 अगस्त को हुई 6 लोगों की मौत को उन्होंने दुखद बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस व प्रशासन की समझदारी के कारण सिरसा में जानमाल का कम से कम नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि 25 अगस्त को 15 हजार से भी अधिक लोग शहर की शांति भंग करने व दंगा भड़काने के उद्देश्य से बढ रहे थे। भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों की सूझबूझ से बड़े नुकसान को टाला गया। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी, सेना व अन्य सुरक्षा बलों के जवान बधाई के पात्र है। स्थानीय मिल्क प्लांट में हुई आगजनी की घटना पर बोलते हुए कहा कि मिल्क प्लांट छोटे और बड़े डेरे के बीच में स्थित होने के कारण यह घटना हुई। मिल्क प्लांट में वाहन भी क्षति ग्रस्त हुए। हालांकी वाहन क्षति ग्रस्त होने के कारणों का पता लगाया जाएगा और पूरी जांच की जाएगी।
श्री उमाशंकर ने आगजनी की हुई घटना से हुए नुकसान की भरपाई से संबंधित पूछे गए प्रश्र के जवाब में कहा कि नुकसान की भरपाई डेरे से की जाएगी। उन्होंने पत्रकारों द्वारा पूछे गए डेरा में लोगों की संख्या से संबंधित सवाल के जवाब में कहा कि डेरा से ज्यादातर लोग अपने घरों में लौट गए हैं और जिला प्रशासन द्वारा उन्हें बसों की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। अब डेरा में मात्र एक से डेढ हजार तक हैं। ये लोग स्थाई रुप से डेरा में रहने वाले हैं।
हिसार रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री अमिताभ ढिल्लों ने डेरा प्रमुख के साथ पंचकूला में गई गाडिय़ों के बड़े काफिले के जवाब में कहा कि उस समय उनकी यही प्राथमिकता थी कि डेरा प्रमुख पंचकूला पहुंचे ताकि कोर्ट की कार्यवाही में कोई अड़चन न आए। उन्होंने भी दौहराया कि सिरसा शहर में पहली प्राथमिकता कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाए रखना है और इसके बाद शांति भंग व आगजनी में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
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